भारत द्वारा पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों पर किए गए सटीक हवाई हमलों का व्यापक असर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और विशेष रूप से उसके शेयर बाजार पर देखने को मिला है। भारत के “ऑपरेशन सिंदूर” (Operation Sindoor) के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के अंदर नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया। इन हमलों के कुछ ही घंटों बाद, कराची स्टॉक एक्सचेंज (Karachi Stock Exchange) में भारी गिरावट दर्ज की गई।
पाकिस्तान स्टॉक मार्केट में भारी गिरावट
पाकिस्तान स्टॉक मार्केट में बुधवार को भारी उथल-पुथल देखी गई, जब हवाई हमलों की खबरें सामने आईं। सुबह के शुरुआती कारोबार में ही KSE-100 (कराची स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक) 6,272 अंक या करीब 6% गिर गया। यह गिरावट पाकिस्तान स्टॉक मार्केट के इतिहास में एक बड़ी गिरावट मानी जा रही है। इस गिरावट के बाद केएसई-100 सूचकांक 112,076.38 के स्तर तक पहुंच गया। इससे निवेशकों में भारी घबराहट फैल गई और बड़े पैमाने पर बिकवाली शुरू हो गई।
PSX पर कारोबार ठप
गिरावट इतनी तेज थी कि पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज (Pakistan Stock Exchange) ने अपनी वेबसाइट पर एक नोटिस जारी किया जिसमें कहा गया कि सिस्टम “अगली सूचना तक रखरखाव के अधीन है”। इसका मतलब है कि भारी गिरावट के चलते मार्केट को रोकने की नौबत आ गई। इस तरह की कार्रवाई केवल आपात स्थिति में की जाती है, जिससे यह साफ होता है कि “Operation Sindoor Updates” का पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पर गहरा असर पड़ा है।
ऑपरेशन सिंदूर के बारे में
भारत ने यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के जवाब में शुरू किया था, जिसमें 26 भारतीय पर्यटकों की मौत हो गई थी। इसके बाद भारतीय सेना ने PoK और पाकिस्तान के अंदर मौजूद नौ आतंकी ठिकानों को टारगेट कर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। यह हमले पूरी तरह से सटीक और योजनाबद्ध थे। भारतीय वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के अड्डों को निशाना बनाया।
भारतीय सेना ने बुधवार तड़के इस सैन्य कार्रवाई की पुष्टि करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा: “न्याय हुआ। जय हिंद!” इसके साथ ही पूरी दुनिया की नजरें भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर टिक गई हैं।
क्यों गिरा पाकिस्तान का शेयर बाजार?
Karachi Stock Exchange में गिरावट के पीछे मुख्य वजह भारत द्वारा चलाया गया ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor Updates) है। पाकिस्तान के भीतर और PoK में आतंकी ठिकानों पर हमले के बाद यह आशंका बढ़ गई कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ सकता है। इससे निवेशकों में डर फैल गया और उन्होंने अपने शेयर बेचने शुरू कर दिए।
पाकिस्तान स्टॉक मार्केट के विशेषज्ञों का मानना है कि जब भी दो परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच तनाव बढ़ता है, तो सबसे पहले असर स्टॉक मार्केट पर देखने को मिलता है। KSE-100 में जो गिरावट दर्ज की गई, वह इस डर और अनिश्चितता का सीधा प्रमाण है।
भारत में शेयर बाजार की स्थिति
भारत में भी मार्केट्स ने इस स्थिति पर प्रतिक्रिया दी, लेकिन यहां गिरावट की बजाय स्थिरता और आशावाद देखा गया। BSE सेंसेक्स ने दिन में 80,844.63 का उच्चतम और 79,937.48 का न्यूनतम स्तर छुआ, जबकि NSE निफ्टी ने 24,449.60 के उच्च और 24,220 का निम्न स्तर दर्ज किया। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की सटीक सैन्य रणनीति और मजबूत इंटेलिजेंस के कारण निवेशकों का भरोसा बना रहा।
आगे क्या?
“Operation Sindoor” के बाद पाकिस्तान में आर्थिक अस्थिरता का माहौल बन गया है। Karachi Stock Exchange में गिरावट और पाकिस्तान स्टॉक मार्केट में गिरते निवेश का सिलसिला आने वाले दिनों में भी जारी रह सकता है। इस सैन्य कार्रवाई ने पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया है कि आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं भारत की ओर से इस तरह की सख्त कार्रवाई आने वाले समय में सुरक्षा नीति का हिस्सा बन सकती है।
निष्कर्ष
भारत द्वारा चलाया गया “ऑपरेशन सिंदूर” आतंक के खिलाफ एक बड़ा और सशक्त कदम है। इस सैन्य कार्रवाई का असर सिर्फ सीमित इलाकों में ही नहीं बल्कि पाकिस्तान की आर्थिक व्यवस्था और खासकर उसके शेयर बाजार यानी Karachi Stock Exchange पर भी पड़ा है। Pakistan stock market sees one of its worst drops in recent times, और यह गिरावट आने वाले समय में और गहराई ले सकती है। इससे यह भी साफ है कि भारत अब आतंक के खिलाफ और अधिक आक्रामक नीति अपनाने की तैयारी में है।
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