प्रेस कॉन्फ्रेंस में डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने अपने शुरुआती तीन मिनट में कहा, “यह हमारी सरकार का नया कार्यकाल है, लेकिन हम सभी पहले जैसे ही हैं। बस सीएम की कुर्सी का फेरबदल हुआ है। मेरे और देवेंद्र फडणवीस के बीच पद बदले हैं, लेकिन अजित दादा (अजित पवार) अपनी पुरानी कुर्सी पर ही बने हुए हैं, इसलिए उन्हें कोई टेंशन नहीं है।”
इस पर अजित पवार ने हंसते हुए तंज कसा, “अगर आप अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं बचा पाए तो मैं क्या करूं?
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के बीच तालमेल दिखाते हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई, जो हंसी-ठहाकों से भरपूर रही। इस दौरान डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे और अजित पवार ने ‘सीएम की कुर्सी’ को लेकर ऐसा चुटीला वर्डप्ले किया कि पूरा प्रेस रूम ठहाकों से गूंज उठा।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने अपने शुरुआती तीन मिनट में कहा, “यह हमारी सरकार का नया कार्यकाल है, लेकिन हम सभी पहले जैसे ही हैं। बस सीएम की कुर्सी का फेरबदल हुआ है। मेरे और देवेंद्र फडणवीस के बीच सिर्फ पद बदला है, लेकिन अजित दादा (अजित पवार) अपनी पुरानी कुर्सी पर कायम हैं, इसलिए उन्हें कोई टेंशन नहीं है।
इस पर अजित पवार ने हंसते हुए तंज कसा, “अगर आप अपनी मुख्यमंत्री की कुर्सी नहीं बचा पाए तो मैं क्या करूं?
शिंदे ने तुरंत सफाई देते हुए कहा, “यह सब आपसी समझ के तहत हो रहा है।”
इसके बाद सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मजाकिया अंदाज में जोड़ा, “हमारे बीच यह ‘रोटेटिंग अंडरस्टैंडिंग’ है।
‘कोल्ड वॉर’ पर मजेदार जवाब
शिंदे-फडणवीस-अजित पवार की इस जुगलबंदी के बीच जब गठबंधन में मतभेद को लेकर सवाल पूछा गया, तो फडणवीस ने मुस्कुराते हुए कहा, “आप लोग अपनी ब्रेकिंग न्यूज के लिए हमें लड़ाने की कितनी भी कोशिश कर लें, लेकिन हमारा गठबंधन टूटने वाला नहीं है।”
इसके बाद उन्होंने चुटकी लेते हुए जोड़ा, “इतनी गर्मी में भला कोल्ड वॉर कैसे हो सकता है? हमारे बीच सब कुछ ‘ठंडा-ठंडा, कूल-कूल’ है।”
फडणवीस का विपक्ष पर तंज
महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा, “वे दिखाते हैं कि ‘हम साथ-साथ हैं’, लेकिन असल में उनकी हालत ‘हम अपने हैं कौन’ जैसी है।”
फडणवीस ने आगे कहा, “विपक्ष ने सरकार की पारंपरिक चाय पार्टी के बहिष्कार को लेकर हमें छह पन्नों का नोट भेजा है, जिसमें बहिष्कार की वजहें बताई गई हैं। लेकिन दिलचस्प बात यह है कि उस नोट पर जिनके हस्ताक्षर होने चाहिए थे, उनमें से दो नाम ही गायब हैं। अब हम यह पता लगाने में जुटे हैं कि वे दो लोग कौन हैं, जिन्होंने साइन नहीं किया।”
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “एक तरफ वे बेहतर संवाद की बात करते हैं और दूसरी तरफ संवाद के लिए रखी गई चाय पार्टी में शामिल नहीं होते। यह कैसा दोहरापन है?”
CMO के स्टे ऑर्डर पर सफाई
मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) द्वारा कई प्रोजेक्ट्स पर स्टे लगाने की खबरों पर फडणवीस ने स्पष्ट किया कि “सिर्फ किसी विधायक का एक पत्र मिलने पर तुरंत किसी प्रोजेक्ट पर स्टे लगा देना सही तरीका नहीं है। सरकार कोई भी फैसला जांच और दोनों पक्षों को सुनने के बाद ही लेती है।”
उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा, “अब मुझे रोज़ अपने ऑफिस से पूछना पड़ता है कि कौन-सी फाइल आई और किस पर स्टे का आदेश दिया गया है, लेकिन बाद में पता चलता है कि ऐसा कोई आदेश मैंने दिया ही नहीं है।”
शिंदे और मेरे बीच कोई वन-अपमैनशिप नहीं
फडणवीस ने यह भी स्पष्ट किया कि उनके और डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के बीच न तो कोई “वन-अपमैनशिप” (यानी एक-दूसरे से ऊपर दिखने की होड़) है और न ही किसी को “साइडलाइन” करने की कोशिश।
उन्होंने मीडिया से अपील करते हुए कहा, “रिपोर्टिंग करते समय सभी पक्षों को सामने लाएं और बिना निष्कर्ष पर पहुंचे किसी एक तरफ की कहानी न दिखाएं।”
शिवाजी महाराज पर आपत्तिजनक ऑडियो क्लिप मामले में चेतावनी
फडणवीस ने छत्रपति शिवाजी महाराज के अपमान पर कड़ी चेतावनी देते हुए कहा, “जो भी छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करेगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा, “अफजल गुरु की मजार का सौंदर्यीकरण कराने वाले और इशरत जहां का समर्थन करने वाले हमें न सिखाएं कि हमें क्या करना है।
रक्षा खडसे की बेटी से छेड़छाड़ मामले पर बयान
रक्षा खडसे की बेटी से छेड़छाड़ के मामले पर सीएम फडणवीस ने कहा, “मैंने खुद रक्षा खडसे से बात की है और उन्हीं की दी गई जानकारी के आधार पर बयान दिया है।”
उन्होंने स्पष्ट किया, “किसी ने भी मुझसे आरोपी को बचाने के लिए नहीं कहा है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”