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PNB Scam: बड़ौदा हीरा व्यापारी गिरफ्तार, ₹800Cr फर्जीवाड़ा

PNB Scam

पंजाब नेशनल बैंक (PNB) एक बार फिर चर्चा में है, इस बार बड़ौदा के हीरा व्यापारियों से जुड़े ₹800 करोड़ के घोटाले के कारण। यह PNB Scam के ब्रांच मैनेजर और स्थानीय व्यापारियों के बीच सांठगांठ का पर्दाफाश करता है। आइए इस घोटाले की पूरी कहानी, आरोपियों की गिरफ्तारी और इसके व्यापक प्रभाव को विस्तार से समझते हैं।

PNB घोटाले की पूरी कहानी

  • घोटाले की राशि: ₹800 करोड़

  • मुख्य आरोपी:

    • ब्रांच मैनेजर (PNB, बड़ौदा शाखा)

    • स्थानीय हीरा व्यापारी समूह

  • घोटाले का तरीका: फर्जी लोन दस्तावेज और बैंक गारंटी का दुरुपयोग

  • कैसे खुलासा हुआ: बैंक के आंतरिक ऑडिट में अनियमितताएं पाई गईं।

PNB Scam की पूरी कहानी

घोटाले की शुरुआत:

पीएनबी के बड़ौदा शाखा के मैनेजर ने कुछ हीरा व्यापारियों के साथ मिलकर फर्जी लोन दस्तावेज तैयार किए। इन दस्तावेजों के आधार पर बैंक से कर्ज की रकम निकाली गई। बाद में यह पता चला कि जिन कंपनियों के नाम पर लोन दिया गया था, वे फर्जी थीं या उनका कोई वास्तविक कारोबार नहीं था।

घोटाले का पर्दाफाश:

बैंक ने लोन देने की प्रक्रिया को कड़ा किया, जिससे छोटे व्यापारियों को दिक्कतें होने लगीं। इसके बाद आंतरिक ऑडिट में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ और मामले की जांच शुरू हुई।

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क्या यह PNB Scam नीरव मोदी केस जैसा है?

पहलू नीरव मोदी घोटाला (2018) बड़ौदा हीरा घोटाला (2024)
राशि ₹14,000 करोड़ ₹800 करोड़
तरीका फर्जी लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) फर्जी लोन दस्तावेज
आरोपी नीरव मोदी, मेहुल चौकसी स्थानीय हीरा व्यापारी
जांच एजेंसी सीबीआई, ईडी सीबीआई, ईडी
समानता बैंक अधिकारियों और व्यापारियों की सांठगांठ वही तरीका, लेकिन राशि कम है

सरकार और बैंक की प्रतिक्रिया

  • वित्त मंत्रालय का बयान: वित्त मंत्री निर्मला सीथरमण ने कहा कि घोटाले की गंभीरता को देखते हुए सख्त कार्रवाई की जाएगी और PSB सुधारों पर जोर दिया जा रहा है।

  • PNB  का एक्शन: ब्रांच मैनेजर को निलंबित कर दिया गया है, और बैंक अपने ऑनलाइन लोन मॉनिटरिंग सिस्टम को अपग्रेड कर रहा है।

आगे की कार्रवाई क्या होगी?

  • सीबीआई जांच: आरोपियों के बैंक रिकॉर्ड, कॉल डिटेल्स और फाइनेंशियल ट्रांजेक्शन की जांच होगी।

  • ईडी की कार्रवाई: यदि मनी लॉन्ड्रिंग के सबूत मिले, तो आरोपियों की संपत्ति जब्त की जा सकती है।

  • बैंकिंग सुधार: RBI PSB ऑडिट सिस्टम को मजबूत करने के निर्देश दे सकता है।

PNB Scam से सीखे गए सबक

  • बैंकों को अपनी आंतरिक निगरानी प्रणाली मजबूत करनी चाहिए।

  • सरकार को PSB में भ्रष्टाचार रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।

  • आम जनता को सलाह दी जाती है कि बैंकिंग धोखाधड़ी के प्रति सजग रहें।

घोटाले का बैंकिंग सेक्टर पर प्रभाव:

  • PNB की छवि को नुकसान: यह पीएनबी का दूसरा बड़ा  Scam है (पहला नीरव मोदी ₹14,000 करोड़ scam था), जिससे बैंक की छवि को नुकसान हुआ है।

  • शेयरों में गिरावट: पीएनबी के शेयरों में गिरावट देखी गई।

  • RBI का निर्देश: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पीएनबी को लोन प्रक्रिया को मजबूत करने और ऑडिट सिस्टम को और सटीक बनाने के आदेश दिए हैं।

  • ग्राहकों पर असर: बैंक ने लोन देने की प्रक्रिया को कड़ा किया है, जिससे छोटे व्यापारियों को परेशानी हो रही है।

इस PNB Scam ने यह साफ कर दिया कि बैंकों को अपनी आंतरिक निगरानी प्रणाली को और मजबूत करने की जरूरत है, और सरकारी संस्थानों को भी भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए।