पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने एक बड़ा कदम उठाते हुए Operation Sindoor की शुरुआत की है। इस सैन्य अभियान के तहत भारतीय वायुसेना (IAF) ने Chandigarh-Amritsar Airport को अपने नियंत्रण में ले लिया है। इसके चलते दोनों हवाई अड्डों से सभी नागरिक उड़ानों को अगले आदेश तक रद्द कर दिया गया है। यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
52 उड़ानें चंडीगढ़ से और 33 अमृतसर से रद्द
Operation Sindoor के तहत किए गए कदमों में सबसे बड़ा असर Chandigarh-Amritsar Airport पर देखा गया है। चंडीगढ़ से 52 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें, और अमृतसर से 33 उड़ानें, जिनमें 12 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शामिल हैं, रद्द कर दी गई हैं।
चंडीगढ़ एयरपोर्ट हर दिन लगभग 10,000 यात्रियों को सेवा प्रदान करता है। बुधवार सुबह यात्रियों को बैरिकेड्स के जरिए हवाई अड्डे से वापस भेज दिया गया। सुरक्षा बलों की सख्त निगरानी के कारण यात्रियों को कोई जानकारी नहीं मिल सकी और उन्हें अचानक अपनी योजनाओं को बदलना पड़ा।
IAF ने लिया हवाई अड्डों का पूर्ण नियंत्रण
Chandigarh International Airport Limited (CHIAL) के CEO अजय कुमार ने पुष्टि की है कि भारतीय वायुसेना ने हवाई अड्डे का पूरा नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया है। उन्होंने कहा, “अगले आदेश तक सभी उड़ानों को स्थगित कर दिया गया है।”
यह हवाई अड्डा दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, पुणे, चेन्नई, गोवा, श्रीनगर, लखनऊ जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ता है। इसके अलावा यह दुबई और अबू धाबी के लिए दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की सुविधा भी देता है। लेकिन Operation Sindoor के चलते इन सभी उड़ानों को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया गया है।
अमृतसर एयरपोर्ट भी वायुसेना के नियंत्रण में
Amritsar के श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से भी सभी उड़ानों को निलंबित कर दिया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि कुल 33 उड़ानें, जिनमें से 12 अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए थीं, अब रद्द कर दी गई हैं।
CISF और पंजाब पुलिस के जवान हवाई अड्डों पर तैनात हैं और किसी भी नागरिक को अंदर प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। अमृतसर के सांसद गुरजीत सिंह औजला सहित कई यात्री भी बिना उड़ान भरे वापस लौटने को मजबूर हुए।
यात्रियों की प्रतिक्रियाएं: परेशानी के बावजूद समर्थन
हवाई अड्डे पर आई एक यात्री रेखा ने कहा, “हम दिल्ली जाने के लिए आए थे, लेकिन हमें बताया गया कि सभी उड़ानें रद्द हैं। भले ही हमारी यात्रा बाधित हुई है, लेकिन हम अपने देश और उसकी सुरक्षा के साथ खड़े हैं।”
इस प्रकार के हालातों में लोगों ने संयम और राष्ट्रभक्ति का उदाहरण पेश किया। अधिकांश यात्रियों ने सरकार और वायुसेना के इस फैसले का समर्थन किया और वैकल्पिक यात्रा साधनों की तलाश में लग गए।
हिमाचल का कांगड़ा एयरपोर्ट भी बंद
Operation Sindoor के प्रभाव हिमाचल प्रदेश तक भी पहुंचे हैं। कांगड़ा एयरपोर्ट को भी 72 घंटों के लिए बंद कर दिया गया है। एयरपोर्ट के निदेशक धीरेंद्र सिंह ने कहा, “9 मई तक कोई नागरिक उड़ान संचालित नहीं होगी। सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है और हम अलर्ट पर हैं।”
Operation Sindoor क्यों हुआ शुरू?
पहलगाम आतंकी हमले में भारतीय जवानों के बलिदान के बाद, केंद्र सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए Operation Sindoor लॉन्च किया। विश्वसनीय खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर भारतीय सेना और वायुसेना ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित आतंकी शिविरों पर निशाना साधा।
इस अभियान का उद्देश्य उन आतंकियों के ठिकानों को नष्ट करना था जो भारत में हमले की योजना बना रहे थे। इस मिशन में भारतीय वायुसेना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इसके बाद ही Chandigarh-Amritsar Airport को सैन्य नियंत्रण में लिया गया।
राष्ट्रीय सुरक्षा सर्वोपरि
सरकार का यह फैसला दर्शाता है कि देश की सुरक्षा के लिए किसी भी प्रकार की कठोर कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगा। Operation Sindoor केवल एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि एक संदेश है कि भारत किसी भी आतंकी कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
निष्कर्ष:
Chandigarh-Amritsar Airport पर उड़ानों का रद्द होना देश के लिए एक असामान्य परिस्थिति है, लेकिन जब राष्ट्रीय सुरक्षा की बात हो, तो ऐसा कदम आवश्यक हो जाता है। Operation Sindoor के माध्यम से भारत ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अपनी सीमाओं और नागरिकों की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।
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