Long COVID Warning COVID-19 ने पूरी दुनिया को झकझोर दिया था। हालांकि वैक्सीन आने के बाद स्थिति कुछ हद तक नियंत्रण में आई, लेकिन अब भी इसके दीर्घकालिक प्रभाव चिंता का विषय बने हुए हैं। हाल ही में अमेरिका में किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि Long COVID Warning अब छोटे बच्चों को भी प्रभावित कर रही है। इस शोध में शिशुओं और प्रीस्कूलर बच्चों में नींद संबंधी समस्याएं और सूखी खांसी जैसे लक्षण सामने आए हैं, जो कि माता-पिता और डॉक्टरों के लिए एक बड़ा COVID Warning ह*अमेरिकी अध्ययन का बड़ा खुलासा
अमेरिका के जाने-माने स्वास्थ्य शोधकर्ताओं ने एक विस्तृत अध्ययन में यह पाया कि जिन बच्चों को पहले COVID-19 हुआ था, उनमें से कई को Long COVID के लक्षण लंबे समय तक परेशान कर रहे हैं। खासकर:
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शिशुओं में नींद की समस्या – जैसे रात में बार-बार जागना, गहरी नींद न आना, और चिड़चिड़ापन।
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प्रीस्कूलर बच्चों में सूखी खांसी – लगातार खांसते रहना, बिना बलगम के खांसी जो कई हफ्तों तक बनी रहती है।
इस अध्ययन में 12 महीने तक 10,000 बच्चों को ट्रैक किया गया। परिणाम चौंकाने वाले रहे।
क्या है Long COVID?
Long COVID वह स्थिति है जिसमें COVID-19 से संक्रमित व्यक्ति को संक्रमण के ठीक होने के बाद भी कई हफ्तों या महीनों तक शारीरिक या मानसिक लक्षण बने रहते हैं। ये लक्षण बच्चों में और भी गंभीर हो सकते हैं क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम अभी विकसित हो रहा होता है।
बच्चों में दिखने वाले Long COVID के आम लक्षण:
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नींद का बाधित होना
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लगातार थकान
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सिरदर्द
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भूख में कमी
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सूखी खांसी
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व्यवहार में बदलाव
माता-पिता के लिए COVID Warning: इन लक्षणों को न करें नजरअंदाज
COVID Warning अब केवल बड़ों तक सीमित नहीं रही। बच्चों में भी इसके असर दिखाई देने लगे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि बच्चे में COVID-19 के बाद लगातार कुछ असामान्य लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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किन बातों पर रखें ध्यान:
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क्या बच्चा सामान्य से ज़्यादा सो रहा है या बिल्कुल भी नहीं सो पा रहा?
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क्या उसे लंबे समय से सूखी खांसी हो रही है?
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क्या वह पहले की तरह एक्टिव नहीं है?
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क्या खाना-पीना कम हो गया है?
यदि इन सवालों का जवाब “हाँ” है, तो यह एक Long COVID Warning हो सकता है।
विशेषज्ञों की राय
बाल रोग विशेषज्ञों का मानना है कि COVID-19 से रिकवर हुए बच्चों की नियमित जांच बेहद ज़रूरी है। कई बार लक्षण बहुत सामान्य लगते हैं लेकिन अगर वे लंबे समय तक बने रहें तो खतरा बढ़ सकता है।
डॉ. जेसिका एंडरसन, एक अमेरिकी बाल रोग विशेषज्ञ कहती हैं,
“Long COVID बच्चों के मस्तिष्क और विकास पर असर डाल सकता है। नींद की गड़बड़ी से उनका मानसिक विकास धीमा हो सकता है। यह सिर्फ एक शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य का भी संकट है।”
समाधान और देखभाल के उपाय
अगर आपके बच्चे को COVID-19 हुआ है, तो निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:
1. नींद की दिनचर्या को व्यवस्थित करें
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बच्चे को हर दिन एक निश्चित समय पर सुलाएं।
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सोने से पहले स्क्रीन टाइम बिल्कुल बंद कर दें।
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कमरे का वातावरण शांत और अंधेरा रखें।
2. पोषण पर दें ध्यान
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इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ जैसे फल, हरी सब्ज़ियां और ड्राई फ्रूट्स शामिल करें।
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विटामिन D और C सप्लीमेंट्स डॉक्टर की सलाह से दें।
3. नियमित डॉक्टर चेकअप कराएं
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Long COVID Warning के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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बच्चों की साँसों की जांच कराना न भूलें।
4. भावनात्मक सहयोग दें
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बच्चों से बात करें और उन्हें आश्वस्त करें।
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मानसिक स्वास्थ्य के लिए कहानी, खेल और रचनात्मक गतिविधियाँ अपनाएं।
सरकार और समाज की भूमिका
COVID-19 ने यह सिखा दिया है कि किसी भी बीमारी को हल्के में लेना खतरे से खाली नहीं। सरकार को चाहिए कि बच्चों में Long COVID को लेकर विशेष जागरूकता अभियान चलाए। स्कूलों और डे-केयर संस्थानों को भी चाहिए कि वे बच्चों की मानसिक और शारीरिक सेहत पर विशेष ध्यान दें।
निष्कर्ष: बच्चों की सेहत से समझौता नहीं
यह Long COVID Warning केवल एक अध्ययन तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। यह एक अलार्म है – बच्चों की सेहत पर मंडराते खतरे का। COVID-19 भले ही कुछ लोगों के लिए खत्म हो गया हो, लेकिन बच्चों के लिए यह अब भी एक बड़ा खतरा बना हुआ है।
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