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सचिन तेंदुलकर की धमाकेदार वापसी! अर्धशतक से मचाया धमाल, लेकिन भारत ऑस्ट्रेलिया से पीछे

सचिन तेंदुलकर

सचिन तेंदुलकर की 64 रन की जबरदस्त पारी के बावजूद इंडिया मास्टर्स को हार का सामना करना पड़ा, क्योंकि शेन वॉटसन और बेन डंक की रिकॉर्ड साझेदारी ने ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स को आईएमएल 2025 में 95 रनों की शानदार जीत दिलाई।

क्रिकेट के इतिहास में भारत और ऑस्ट्रेलिया की प्रतिद्वंद्विता हमेशा रोमांच से भरी रही है, और अंतर्राष्ट्रीय मास्टर्स लीग (आईएमएल) 2025 में इसका एक और रोमांचक अध्याय जुड़ गया। वडोदरा के खचाखच भरे बीसीए स्टेडियम में दर्शकों ने एक शानदार मुकाबला देखा, जिसमें मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने 33 गेंदों में 64 रनों की विस्फोटक पारी खेली। हालांकि, उनकी यह चमक शेन वॉटसन और बेन डंक की रिकॉर्ड तोड़ साझेदारी के आगे फीकी पड़ गई, जिससे ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स ने इंडिया मास्टर्स को 95 रनों से हरा दिया।

तेंदुलकर का विस्फोटक अर्धशतक, लेकिन जीत से दूर भारत

भारतीय प्रशंसकों के लिए यह रात सचिन तेंदुलकर की चमक से भरी रही। 51 वर्षीय दिग्गज ने अपने पुराने अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए शानदार स्ट्रोक्स खेले, जिसने शारजाह के ‘डेजर्ट स्टॉर्म’ की यादें ताजा कर दीं। तेंदुलकर ने केवल 27 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और अपनी पारी में सात चौके और चार गगनचुंबी छक्के लगाए।

हालांकि, जब वह अपनी पारी को और आगे ले जाने की तैयारी में थे, तभी जेवियर डोहर्टी ने डेनियल क्रिश्चियन की गेंद पर उनका शानदार कैच लपक लिया। उनके आउट होते ही इंडिया मास्टर्स 100/3 के स्कोर पर संघर्ष करने लगा। यूसुफ पठान (25 रन) ने कुछ समय के लिए उम्मीदें जगाईं, लेकिन बढ़ती रन रेट के दबाव के कारण पूरी टीम 174 रन पर सिमट गई और इस सीजन की पहली हार का सामना करना पड़ा।

डोहर्टी की घातक गेंदबाजी ने इंडिया मास्टर्स को किया धराशायी

ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स के लिए जेवियर डोहर्टी गेम-चेंजर साबित हुए। उन्होंने अपनी शानदार स्पिन गेंदबाजी से भारतीय बल्लेबाजों के चारों ओर जाल बिछाया और 5 विकेट झटककर इंडिया मास्टर्स की मध्यक्रम बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। वह इस टूर्नामेंट में पांच विकेट लेने वाले पहले गेंदबाज बन गए और अपनी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।

वॉटसन और डंक की ऐतिहासिक साझेदारी, इंडिया मास्टर्स के लिए बुरे सपने जैसी पारी

ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए विस्फोटक अंदाज में 269/1 का विशाल स्कोर खड़ा किया। उनकी इस सफलता के पीछे शेन वॉटसन और बेन डंक की जबरदस्त बल्लेबाजी थी। दोनों ने मिलकर 236 रनों की नाबाद साझेदारी निभाई, जो टी20 इतिहास में दूसरे विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी में से एक है।

वॉटसन को शुरुआत में ही नमन ओझा ने 1 रन पर जीवनदान दिया, जिसका उन्होंने पूरा फायदा उठाया और 47 गेंदों में शानदार शतक जड़ दिया। उनके साथ डंक ने भी आक्रामक बल्लेबाजी करते हुए 43 गेंदों में अपना शतक पूरा किया, जो इस टूर्नामेंट का सबसे तेज शतक रहा।

तूफानी शुरुआत से लेकर अंत तक आक्रामक खेल

ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स की पारी की शुरुआत भी आक्रामक रही, जब शॉन मार्श ने विनय कुमार की गेंद पर लगातार तीन चौके जड़ दिए। लेकिन असली तबाही वॉटसन और डंक की जोड़ी ने मचाई।

डंक ने मिडविकेट पर एक विशाल छक्का लगाकर अपनी आक्रामकता की झलक दी और पूरे मैच में उच्च स्ट्राइक रेट बनाए रखा। वॉटसन ने पहले एंकर की भूमिका निभाई और फिर गियर बदलते हुए अपने अर्धशतक के बाद तेजी से रन बटोरने लगे। जब तक उनकी पारी समाप्त हुई, वॉटसन ने 52 गेंदों में 110 रन (12 चौके, 7 छक्के) और डंक ने 53 गेंदों में नाबाद 132 रन (12 चौके, 10 छक्के) बनाकर इंडिया मास्टर्स को पूरी तरह बैकफुट पर धकेल दिया।

भारत-ऑस्ट्रेलिया की ऐतिहासिक प्रतिद्वंद्विता जारी

यह मुकाबला भारतीय टीम की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया पर मिली शानदार जीत के ठीक 24 घंटे बाद हुआ, जिसने इस ऐतिहासिक प्रतिद्वंद्विता को और रोचक बना दिया। एक ओर जहां मौजूदा भारतीय टीम ने चैंपियंस ट्रॉफी में ऑस्ट्रेलिया को हराया, वहीं आईएमएल 2025 में ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स ने इंडिया मास्टर्स को करारी शिकस्त दी, जिससे यह प्रतिद्वंद्विता और भी गहरी हो गई।

संक्षिप्त स्कोर:

ऑस्ट्रेलिया मास्टर्स: 269/1 (बेन डंक 132*, शेन वॉटसन 110*, पवन नेगी 1/34)
इंडिया मास्टर्स: 174 (सचिन तेंदुलकर 64, यूसुफ पठान 25; जेवियर डोहर्टी 5/25)

निष्कर्ष:

सचिन तेंदुलकर की जबरदस्त पारी ने क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचित किया, लेकिन वॉटसन और डंक की ऐतिहासिक बल्लेबाजी और डोहर्टी की घातक गेंदबाजी के आगे इंडिया मास्टर्स टिक नहीं सका। यह मुकाबला क्रिकेट के उन लम्हों में से एक था, जो लंबे समय तक याद रखा जाएगा।