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Ram Navami 2025: पूड़ी, हलवा, चने का भोग क्यों खास?

Ram Navami 2025

भारत त्योहारों का देश है और हर पर्व के साथ जुड़ा होता है स्वादिष्ट प्रसाद। Ram Navami और अष्टमी के शुभ अवसर पर पूड़ी, सूजी का हलवा और काले चने का विशेष भोग चढ़ाया जाता है। यह परंपरा केवल धार्मिक ही नहीं, बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी लाभकारी मानी जाती है। आइए जानें इससे जुड़ी पूरी जानकारी।

Ram Navami 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त

  • अष्टमी तिथि शुरू: 4 अप्रैल रात 8:12 बजे
  • अष्टमी समाप्त: 5 अप्रैल शाम 7:26 बजे
  • Ram Navami तिथि: 6 अप्रैल
  • नवमी समाप्त: 6 अप्रैल शाम 7:22 बजे
  • अभिजीत मुहूर्त: सुबह 11:58 से दोपहर 12:49 बजे तक

Ram Navami और अष्टमी का पौराणिक महत्व

चैत्र नवरात्रि के अंतिम दो दिन—अष्टमी और Ram Navami—देवी दुर्गा के महागौरी और राम भगवान की पूजा के लिए समर्पित होते हैं। इस दिन कंजक पूजा की जाती है, जिसमें 2 से 10 वर्ष की कन्याओं को देवी का स्वरूप मानकर पूड़ी, हलवा और चने का भोग खिलाया जाता है।

पौराणिक मान्यता के अनुसार, छोटी कन्याएं देवी दुर्गा का ही अवतार मानी जाती हैं। उनके साथ एक लड़के (लंगूर) को भी पूजन में शामिल किया जाता है।

अष्ट शक्तियों की पूजा

अष्टमी पर देवी दुर्गा के आठ उग्र रूपों की पूजा की जाती है, जिन्हें अष्ट शक्तियाँ कहा जाता है:

  • ब्राह्मणी
  • महेश्वरी
  • कौमारी
  • वैष्णवी
  • वाराही
  • नरसिंही
  • इंद्राणी
  • चामुंडा

इन शक्तियों की पूजा से देवी की कृपा प्राप्त होती है और नकारात्मकता का नाश होता है।

कंजक भोग का वैज्ञानिक और स्वास्थ्य लाभ

पोषण विशेषज्ञ रुजुता दिवेकर के अनुसार:

  • सात्विक उपवास के 8 दिनों के बाद यह संयोजन शरीर को संतुलन प्रदान करता है।
  • सूजी का हलवा ऊर्जा और मिठास प्रदान करता है।
  • काले चने प्रोटीन, फाइबर, सेलेनियम और सैपोनिन जैसे तत्वों से भरपूर होते हैं, जो कैंसर रोधी गुणों से युक्त हैं।
  • पूड़ी, कार्बोहाइड्रेट्स की भरपूर मात्रा देकर शरीर को ऊर्जा देती है।

नवमी पर कंजक पूजन की विधि

  1. 2 से 10 साल की कन्याओं के पैर धोएं।
  2. माथे पर तिलक और हाथों में कलावा बाँधें।
  3. नारियल, पूड़ी, हलवा और चना खिलाएं।
  4. उपहार दें जैसे कपड़े, गहने, पैसे आदि।
  5. पैर छूकर आशीर्वाद लें और फिर व्रत तोड़ें।

कैसे बनाएं नवमी भोग: हलवा, पूड़ी और चना

1. सूजी का हलवा

सामग्री:

  • 1 कप सूजी
  • 1 कप घी
  • 1 कप चीनी
  • 2 कप पानी
  • 2 बड़े चम्मच मेवे

विधि: सूजी को घी में भूनें। अलग से चीनी और पानी की चाशनी बनाएं। भुनी हुई सूजी में मिलाएं और मनचाही स्थिरता तक पकाएं। मेवे डालें।

2. पूड़ी

सामग्री:

  • 1 कप गेहूं का आटा
  • आवश्यकतानुसार पानी
  • तलने के लिए घी

विधि: आटा गूंधकर पूड़ियाँ बेलें और गर्म घी में सुनहरी होने तक तलें।

3. काले चने

सामग्री:

  • 1 कप भीगे हुए काले चने
  • 2 टमाटर, 2 हरी मिर्च
  • 4 बड़े चम्मच घी
  • 2 छोटे चम्मच जीरा
  • 1 छोटा चम्मच धनिया पाउडर
  • नमक स्वादानुसार, धनिया पत्ती

विधि: चनों को 3-4 सीटी तक पकाएं। घी में जीरा और मिर्च भूनें, टमाटर डालें, मसाले डालें और पके हुए चने मिलाएं। भूनें और धनिया से गार्निश करें।

निष्कर्ष

Ram Navamiऔर अष्टमी का पर्व सिर्फ धार्मिक आस्था नहीं, बल्कि सामाजिक और पोषणात्मक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। पूड़ी, हलवा और काले चने का भोग देवी को अर्पित कर और कन्याओं को प्रसन्न कर आप पुण्य और स्वास्थ्य दोनों ही प्राप्त कर सकते हैं। इस पावन अवसर पर पूरे परिवार के साथ पूजा करके माँ दुर्गा और श्रीराम का आशीर्वाद पाएं।

Ram Navami की शुभकामनाएं!

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