आज, भारतीय शतरंज के दिग्गज R Praggnanandhaa Net Worth विश्व स्तर पर प्रसिद्ध हैं। अठारह वर्ष की आयु में उनकी कुल संपत्ति $1 मिलियन (लगभग 8.3 करोड़ रुपये) थी। यह जानने के लिए कि कैसे आर प्रज्ञानंदधा एक सामान्य परिवार से निकलकर एक प्रसिद्ध व्यक्ति बन गए, इस लेख को ध्यान से पढ़ें। हम उनकी कुल संपत्ति, मासिक आय, परिणाम, चीजें और बहुत कुछ कवर करेंगे।
मेशबाबू प्रग्गनानंदा नेट वर्थ, मासिक वेतन, घर
R Praggnanandhaa Net Worth 2025 तक लगभग $1 Million (₹8.3 करोड़) आंकी गई है। उनकी यह कमाई शतरंज टूर्नामेंट्स, ब्रांड एंडोर्समेंट्स, पुरस्कार राशि और सरकारी सम्मान से आती है। भारत सरकार और तमिलनाडु राज्य सरकार ने भी उन्हें कई मौकों पर आर्थिक इनाम दिए हैं।
मासिक आय की बात करें तो प्रग्गनानंदा औसतन ₹6 से ₹10 लाख तक हर महीने कमा लेते हैं, जिसमें ऑनलाइन शतरंज प्रतियोगिताएं, प्रायोजकों के साथ सौदे और इंटरव्यू/प्रेस इवेंट्स शामिल हैं।
उनका घर चेन्नई, तमिलनाडु में स्थित है। एक मध्यमवर्गीय पृष्ठभूमि से आने के बावजूद अब उनका परिवार एक अच्छे अपार्टमेंट में रह रहा है, जिसमें आधुनिक सुविधाएं और सादगी दोनों दिखाई देती हैं।
व्यक्तिगत जीवन
R Praggnanandhaa, जिनका पूरा नाम Rameshbabu Praggnanandhaa है, का जन्म 10 अगस्त 2005 को चेन्नई, तमिलनाडु में हुआ। उनके पिता Rameshbabu एक बैंक कर्मी हैं और माता Nagyalakshmi एक गृहिणी हैं। उनकी बड़ी बहन Vaishali Rameshbabu भी एक इंटरनेशनल चेस प्लेयर हैं।
प्रग्गनानंदा का जीवन बेहद अनुशासित है। वे सुबह जल्दी उठकर शतरंज की प्रैक्टिस करते हैं और योग भी करते हैं। उन्हें किताबें पढ़ना और तकनीकी गैजेट्स में रुचि लेना पसंद है।
वह सोशल मीडिया पर काफी लोकप्रिय हैं, लेकिन सीमित रूप से सक्रिय रहते हैं। लाखों युवा उन्हें अपना आदर्श मानते हैं क्योंकि उन्होंने कम उम्र में मेहनत और संयम से ऊँचाइयों को छुआ है।
रमेशबाबू प्रग्गनानंद नेट वर्थ
R Praggnanandhaa Net Worth की अगर विस्तार से बात करें, तो उनकी संपत्ति का बड़ा हिस्सा अंतरराष्ट्रीय चेस टूर्नामेंट्स से आता है। उन्होंने FIDE World Cup 2023 में वाइस चैंपियन बनकर दुनिया का ध्यान खींचा, जिसमें उन्हें लगभग ₹40 लाख की पुरस्कार राशि मिली थी।
ब्रांड्स जैसे NIIT, Chess.com, और कुछ स्टार्टअप्स ने भी उन्हें प्रमोट किया है। इसके साथ ही सरकारी मान्यताओं जैसे Arjuna Award और कैश प्राइज ने भी उनकी कुल संपत्ति बढ़ाई है।
इसके अतिरिक्त, Chess Coaching, Webinars और YouTube Channel से भी कुछ इनकम आती है। अनुमान के अनुसार, 2025 तक उनकी नेट वर्थ ₹10 करोड़ को पार कर सकती है।
रमेशबाबू प्रग्गनानंद की उपलब्धियों
R Praggnanandhaa ने महज 12 साल की उम्र में ग्रैंडमास्टर बनने का गौरव प्राप्त किया था, जिससे वे भारत के सबसे युवा और दुनिया के दूसरे सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बने।
उनकी प्रमुख उपलब्धियों में शामिल हैं:
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FIDE World Cup 2023 Runner-up, जिसमें उन्होंने Magnus Carlsen को सेमीफाइनल तक हराने की चुनौती दी।
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World Youth Chess Championship में गोल्ड मेडल।
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Online Chess Olympiad 2020 में भारत की जीत में अहम भूमिका।
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Magnus Carlsen को कई मौकों पर हराकर दुनिया भर में अपनी पहचान बनाई।
उनकी इन उपलब्धियों ने न सिर्फ उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत किया, बल्कि उन्होंने भारत को गर्व का अहसास भी कराया।
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भारत का सबसे अमीर शतरंज खिलाड़ी कौन है?
जब बात भारत के सबसे अमीर शतरंज खिलाड़ियों की होती है, तो सबसे पहला नाम आता है विश्वनाथन आनंद का, जिनकी नेट वर्थ लगभग ₹50-60 करोड़ से ज्यादा मानी जाती है। वे पांच बार के वर्ल्ड चेस चैंपियन रह चुके हैं।
हालांकि, युवा खिलाड़ियों की बात करें तो R Praggnanandhaa वर्तमान में सबसे अमीर और प्रसिद्ध युवा भारतीय शतरंज खिलाड़ी हैं। उनकी $1 मिलियन (₹8.3 करोड़) की नेट वर्थ उन्हें टॉप यंग इनकमर्स में शामिल करती है।
आने वाले समय में वे भारत के सबसे अमीर चेस खिलाड़ी बनने की क्षमता रखते हैं, अगर उनका करियर इसी तरह प्रगति करता रहा।
R Praggnanandhaa का भविष्य और चेस में योगदान
R Praggnanandhaa भारत के लिए सिर्फ एक शतरंज खिलाड़ी नहीं बल्कि एक प्रेरणा बन चुके हैं। जिस तरह से उन्होंने कम उम्र में विश्व के टॉप ग्रैंडमास्टर्स को चुनौती दी है, वह भारतीय चेस के भविष्य को रोशन करता है।
FIDE रैंकिंग्स में लगातार बढ़ती रेटिंग, बड़े टूर्नामेंट्स में लगातार प्रदर्शन और भारत सरकार का समर्थन उनके लिए एक मजबूत करियर का संकेत है।
उनके योगदान से भारत में शतरंज की लोकप्रियता में तेजी से वृद्धि हुई है और कई युवा खिलाड़ी अब उन्हें अपना आदर्श मान रहे हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
R Praggnanandhaa Net Worth 2025 में $1 Million तक पहुँच चुकी है, जो दर्शाता है कि भारत में भी शतरंज अब एक करियर के रूप में आर्थिक रूप से फायदेमंद बन रहा है।
उनका अनुशासन, मेहनत और परिवार का साथ उन्हें वहां तक ले गया है जहाँ अब वे विश्व स्तर पर भारत का नाम रोशन कर रहे हैं। आने वाले वर्षों में, वह न केवल और अमीर बनेंगे, बल्कि एक प्रेरणादायक आइकन भी बन जाएंगे।