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DMK ने ‘₹’ चिन्ह के इस्तेमाल का बचाव किया, केंद्र के खिलाफ बताया विरोध का प्रतीक!

DMK प्रवक्ता का बयान – ‘रु’ प्रतीक सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध का संकेत

तमिलनाडु सरकार द्वारा राज्य बजट में भारतीय रुपए (₹) के स्थान पर तमिल ‘रू’ चिन्ह का उपयोग करने के फैसले का DMK ने बचाव किया है। पार्टी प्रवक्ता सरवणन अन्नादुरई ने इसे केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ विरोध का प्रतीक बताया।

उन्होंने कहा, “‘रु’ का उपयोग सरकार की नीतियों के खिलाफ राज्य के विरोध को दर्शाने के लिए किया गया है।

भाजपा के एजेंडे से लोग वाकिफ” – DMK प्रवक्ता

सरवणन अन्नादुरई ने आगे आरोप लगाया कि देशभर में लोग भाजपा सरकार के एजेंडे को समझ चुके हैं। उन्होंने कहा,
“राज्य के लोग जानते हैं कि भाजपा क्या करने की कोशिश कर रही है। देशभर में हर कोई भाजपा सरकार के नापाक मंसूबों से वाकिफ है।

कर्नाटक मंत्री की केंद्र को चेतावनी

इस विवाद के बीच कर्नाटक के मंत्री ईश्वर खांडरे ने कहा कि केंद्र सरकार को सभी राज्यों के साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा,
“अगर केंद्र अपने कर्तव्यों का सही तरीके से निर्वहन नहीं करेगा, तो ऐसी घटनाएं होती रहेंगी। यह केंद्र सरकार के लिए चेतावनी है कि उन्हें राज्यों की चिंताओं को गंभीरता से लेना चाहिए।”

तमिलनाडु भाजपा ने किया विरोध, ‘बचकाना और मूर्खतापूर्ण’ बताया

इस कदम पर तमिलनाडु भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। भाजपा उपाध्यक्ष नारायणन तिरुपति ने इसे “बचकाना, मूर्खतापूर्ण और बकवास” करार दिया।

उन्होंने यह भी याद दिलाया कि भारतीय रुपए के प्रतीक को मूल रूप से एक तमिल DMK विधायक ने डिजाइन किया था और इसे पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि ने सराहा था।

“अब उनके बेटे (मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन) ने अचानक कहा कि वे इसे स्वीकार नहीं करेंगे, यह पूरी तरह से राजनीतिक नाटक है।”

? DMK के इस कदम ने केंद्र और राज्य सरकार के बीच नए विवाद को जन्म दे दिया है। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर राजनीतिक बहस और तेज हो सकती है।