अमृतसर के खंडवाला क्षेत्र स्थित मंदिर में हुए ग्रेनेड अटैक केस में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि ये तीनों युवक बिहार से नेपाल भागने की फिराक में थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया। आरोपी हथियार और ग्रेनेड सप्लाई में शामिल थे और उनके ठिकानों की भी जानकारी मिली है।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
7 मार्च को इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें दो आरोपी पहले ही गिरफ्तार किए जा चुके थे। पूछताछ के दौरान तीन और नाम सामने आए—कर्ण, मुकेश और साजन। कर्ण, वीकेआई ग्रुप से जुड़ा था और हथियार सप्लाई करता था। पुलिस ने बिहार के मधेपुरा जिले में छापा मारकर तीनों को दबोच लिया।
भारत छोड़ने की फिराक में थे आरोपी
पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, आरोपी नेपाल भागने की कोशिश में थे, लेकिन पुलिस ने समय रहते उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में कई अहम जानकारियां सामने आई हैं और इस रैकेट में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है।
मंदिर के बाहर धमाका, दहशत में स्थानीय लोग
शनिवार तड़के अमृतसर के खंडवाला क्षेत्र में स्थित ठाकुर द्वार मंदिर के बाहर धमाका हुआ। धमाके की वजह से मंदिर की दीवारें क्षतिग्रस्त हो गईं और खिड़कियों के शीशे चकनाचूर हो गए। हालांकि, इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन आसपास के लोग दहशत में आ गए।
सीसीटीवी फुटेज में दिखे संदिग्ध
सीसीटीवी फुटेज में दो संदिग्ध मोटरसाइकिल पर मंदिर के पास आते दिखे। उनमें से एक ने मंदिर की ओर विस्फोटक फेंका और फिर तेजी से भाग निकले। पुलिस इन संदिग्धों की पहचान करने में जुटी है।
पुलिस जांच में जुटी, सुरक्षा बढ़ाई गई
पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि घटना की सूचना मंदिर के पुजारी ने रात करीब 2 बजे दी। इसके बाद पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां तुरंत मौके पर पहुंचीं। पिछले चार महीनों में अमृतसर और गुरदासपुर में कई धमाके हो चुके हैं, जिससे सुरक्षा एजेंसियां पहले से सतर्क थीं। इस नई घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है।
अब पुलिस तीनों आरोपियों से गहन पूछताछ कर रही है। आने वाले दिनों में इस केस में और बड़े खुलासे हो सकते हैं।