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स्टालिन के हमलों के बीच अमित शाह ने तमिल भाषा को ‘अनमोल आभूषण’ बताया

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तमिल भाषा और संस्कृति को ‘भारतीय संस्कृति का अनमोल आभूषण’ बताया

तमिलनाडु के रानीपेट जिले के थाक्कोलम में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के 56वें स्थापना दिवस परेड को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तमिल भाषा, संस्कृति और परंपराओं की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने इसे भारतीय संस्कृति का ‘अनमोल आभूषण’ करार देते हुए कहा कि यह सत्य अब पूरे देश द्वारा स्वीकार किया जा चुका है।

अमित शाह का यह बयान ऐसे समय में आया है जब तमिलनाडु में भाषाई पहचान और संघवाद के मुद्दे पर बहस तेज है। राज्य में लंबे समय से हिंदी के थोपे जाने का विरोध होता रहा है, और सरकारें तमिल गौरव तथा भाषाई स्वायत्तता की वकालत करती रही हैं। उनके इस वक्तव्य को क्षेत्रीय आकांक्षाओं और केंद्र सरकार की एकता की दृष्टि को लेकर एक संतुलन बनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है।

शाह ने कहा, “तमिल भाषा, संस्कृति और परंपराएं भारतीय संस्कृति का अनमोल आभूषण हैं और पूरा देश इसे मान्यता देता है।” उनके इस बयान को राज्य के लोगों को यह संदेश देने के रूप में देखा जा सकता है कि उनकी सांस्कृतिक पहचान की पूरी कद्र की जा रही है, खासकर जब तमिलनाडु ने भाषाई मुद्दों पर कई बार विरोध प्रदर्शन किया है, जैसे कि 20वीं सदी के हिंदी विरोधी आंदोलन और हालिया भाषा संबंधित चिंताएं।

इसके अलावा, गृह मंत्री ने घोषणा की कि सीआईएसएफ प्रशिक्षण केंद्र का नाम महान चोल योद्धा राजदित्य चोल के सम्मान में बदला जाएगा। शाह ने कहा, “यह भूमि राजदित्य चोल के वीरता की गाथाओं से भरी हुई है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी और चोल वंश की महान परंपराओं को आगे बढ़ाया।” उन्होंने राजदित्य चोल को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए यह भी कहा कि उनका सम्मान करना राज्य के लोगों के लिए गर्व की बात है।

इसके बाद, अमित शाह ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से यह अपील की कि अन्य राज्यों से प्रेरणा लेकर तमिल में चिकित्सा और इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों की शुरुआत की जाए। उन्होंने कहा, “इससे न केवल तमिल लोगों की जड़ें मजबूत होंगी, बल्कि उन्हें समान अवसर भी मिलेंगे।” उन्होंने यह भी व्यक्त किया कि पिछले दो वर्षों से यह विचार उनके द्वारा रखा जा रहा है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। शाह ने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री इस विचार पर गंभीरता से विचार करेंगे और इसे अमल में लाने के लिए कदम उठाएंगे।