लखनऊ:
आम बजट 2025 में उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग (एमएसएमई) क्षेत्र को विशेष महत्व दिया गया है। इस निर्णय से राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और साथ ही इस क्षेत्र में नई इकाइयों के विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।
उत्तर प्रदेश में 1 करोड़ से ज्यादा पंजीकृत एमएसएमई हैं, जो 7.5 करोड़ लोगों को रोजगार देते हैं और राज्य की जीडीपी में 36% का योगदान करते हैं। हाल के आम बजट में की गई घोषणाओं के अनुसार, 2100 नई एमएसएमई इकाइयाँ स्थापित की जाएँगी, जिससे 10 लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही, 50 हजार महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में कदम आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान किया जाएगा।
एमएसएमई सेक्टर में निवेश बढ़ेगा
आम बजट में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र के लिए निवेश सीमा को 2.5 गुणा बढ़ा दिया गया है, जबकि टर्नओवर सीमा को दोगुना करके 500 करोड़ रुपये कर दिया गया है। इस परिवर्तन के परिणामस्वरूप उत्तर प्रदेश में छोटे उद्यमों का विस्तार होगा, जिससे नवाचार एवं तकनीकी अपनाने में वृद्धि होगी। इसके अतिरिक्त, मध्यम उद्यमों के लिए 500 करोड़ रुपये तक के टर्नओवर की सीमा में बढ़ोतरी से अनुमानित रूप से 2,100 नई इकाइयों की स्थापना होगी।
क्रेडिट गारंटी योजना से एमएसएमई को सुरक्षा
क्रेडिट गारंटी फंड (CGTMSE) की कवरेज सीमा को 5 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 10 करोड़ रुपये करने का निर्णय लिया गया है, जिससे उत्तर प्रदेश में लगभग 40 लाख इकाइयों को सुरक्षा कवरेज प्राप्त होगा। यह पहल माइक्रो, स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज (MSMEs) क्षेत्र में नई तकनीकों को अपनाने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करेगी, खासकर क्योंकि ऐसी इकाइयों को अक्सर अधिक प्रारंभिक पूंजी की आवश्यकता होती है।
कस्टमाइज्ड क्रेडिट कार्ड से उद्यमियों को मदद
सूक्ष्म उद्यमों के लिए 5 लाख रुपये तक के कस्टमाइज्ड क्रेडिट कार्ड जारी किए जाएंगे, जिससे पिरामिड के निचले स्तर के व्यवसायों को ऋण प्राप्त करना सरल होगा। इस पहल से 10 लाख युवाओं के लिए नई नौकरियों के अवसर उत्पन्न होंगे, और 50 हजार महिलाएं उद्यमिता की दिशा में कदम बढ़ाएंगी।
खिलौना उद्योग को मिलेगा बढ़ावा
राष्ट्रीय कार्य योजना के अंतर्गत, नोएडा सहित पांच जिलों में खिलौनों के उत्पादन को प्रोत्साहन देने की योजना बनाई गई है। यह पहल उत्तर प्रदेश के खिलौना उद्योग को वैश्विक प्रतिस्पर्धा की दृष्टि से सुदृढ़ करेगी, विशेष रूप से इस समय जब चीनी खिलौने वैश्विक बाजार में प्रमुखता रख रहे हैं।
निष्कर्ष:

आम बजट 2025 में उत्तर प्रदेश के एमएसएमई क्षेत्र को जो महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है, उसके परिणामस्वरूप कई नई इकाइयों की स्थापना संभव होगी। इससे रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे, विशेषकर महिलाओं और युवा उद्यमियों के लिए। इस प्रकार, यह न केवल यूपी के एमएसएमई क्षेत्र को बल प्रदान करेगा, बल्कि राज्य की समग्र अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बनाएगा।
उल्लेखनीय है कि यह बजट विशेष रूप से क्रेडिट गारंटी, तकनीकी नवाचार और निवेश को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित है। यूपी खिलौना उद्योग को बढ़ावा देने से लगभग 10 लाख युवाओं को रोजगार मिलने की संभावना है, जिससे राज्य में उद्यमिता का एक नया युग शुरू होगा। महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने के उपाय भी इस बजट में शामिल किए गए हैं, जिससे समाज में समानता और विकास को नई दिशा मिलेगी।