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Sawan 2025: श्रावण मास कब से आरंभ हो रहा है? जानें सावन सोमवार व्रत की सही तिथियां और शिव पूजा का शुभ मुहूर्त!

Sawan 2025

Sawan 2025 की शुरुआत 10 जुलाई 2025, गुरुवार से हो रही है, जो कि शिवभक्तों के लिए अत्यंत शुभ समय है। Sawan Somwar 2025 में इस बार 5 सोमवार पड़ रहे हैं, जो विशेष पूजा और व्रत के लिए अत्यंत फलदायी माने जा रहे हैं। सावन का महीना भगवान शिव की आराधना के लिए समर्पित होता है और इसमें हर सोमवार को व्रत, जलाभिषेक, रुद्राभिषेक और विशेष मंत्र जाप किए जाते हैं। श्रावण मास में शिवलिंग पर गंगाजल, दूध, बेलपत्र, धतूरा और भस्म अर्पित करने की परंपरा है। इस पवित्र माह में शिवभक्त उपवास रखते हैं और “ॐ नमः शिवाय” का जाप करते हुए जीवन की बाधाओं से मुक्ति की कामना करते हैं। Sawan 2025 के प्रत्येक सोमवार को शिव पूजा का शुभ मुहूर्त प्रातःकाल ब्रह्म मुहूर्त से लेकर प्रातः 9 बजे तक माना जाता है। यह माह भक्ति, शांति और शुभता का प्रतीक होता है।

सावन का मतलब क्या है?

सावन हिंदू पंचांग का सबसे पवित्र महीना होता है, जो भगवान शिव की भक्ति के लिए समर्पित है। इस मास में भक्त व्रत, उपवास और विशेष पूजा करके भोलेनाथ को प्रसन्न करते हैं। ‘सावन’ शब्द संस्कृत के ‘श्रावण’ से आया है, जो चंद्र मास की एक महत्वपूर्ण कड़ी है। इस माह में वर्षा ऋतु का भी आगमन होता है, जिससे प्रकृति भी शिवमय प्रतीत होती है। Sawan 2025 में यह मास विशेष रूप से धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इस साल पूरे 5 सावन सोमवार होंगे।

क्या साल सावन कब है 2025?

Sawan 2025 की शुरुआत 10 जुलाई 2025 (गुरुवार) से हो रही है और यह 8 अगस्त 2025 (शुक्रवार) तक चलेगा। इस अवधि में हर सोमवार को ‘सावन सोमवार व्रत’ (sawan somwar 2025) रखा जाता है, जो शिव भक्ति का प्रमुख दिन होता है। इस दौरान शिव मंदिरों में भक्तों की लंबी कतारें लगती हैं। Sawan Somwar 2025 के व्रत क्रमशः 14 जुलाई, 21 जुलाई, 28 जुलाई, 4 अगस्त और 11 अगस्त को होंगे। यह माह विशेष रूप से भगवान शिव की कृपा पाने के लिए सबसे शुभ समय माना जाता है।

सावन मास में कितने सोमवार होते हैं?

Sawan Somwar 2025 में कुल 5 सोमवार आएंगे, जो विशेष रूप से शुभ माने जाते हैं। हर सोमवार को भक्त व्रत रखकर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं और उन्हें बेलपत्र, दूध, दही, शहद आदि चढ़ाते हैं। इस दौरान महिलाएं अपने परिवार की सुख-समृद्धि और विवाह योग्य कन्याएं अच्छे वर की प्राप्ति के लिए यह व्रत करती हैं। सावन के सोमवार शिव भक्ति के लिए सबसे ऊर्जावान दिन माने जाते हैं, और इस वर्ष के sawan somwar 2025 व्रत विशेष फलदायी माने जा रहे हैं।

श्रावण मास में बाल कैसे कटवा सकते हैं?

श्रावण मास को अत्यंत पवित्र माना जाता है और इस दौरान कुछ विशेष धार्मिक नियमों का पालन किया जाता है। Sawan 2025 में बाल कटवाना एक विवादित विषय हो सकता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस महीने में बाल, दाढ़ी या नाखून काटना वर्जित माना जाता है, क्योंकि यह शिव की भक्ति में लीन रहने का समय है। कुछ लोग इसे ब्रह्मचर्य और संयम के प्रतीक के रूप में मानते हैं। हालांकि, स्वास्थ्य कारणों से या अनिवार्य स्थिति में यह किया जा सकता है, लेकिन हर स्थिति में सावधानी बरतना उचित होता है।

श्रावण मास विवाह के लिए क्या अच्छा है?

सामान्यतः Sawan 2025 के दौरान विवाह जैसे शुभ कार्य वर्जित माने जाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यह माह तप, साधना और भक्ति के लिए होता है न कि सांसारिक कार्यों के लिए। हिंदू धर्मशास्त्र के अनुसार, चातुर्मास के दौरान भगवान विष्णु योगनिद्रा में चले जाते हैं और देवकार्य नहीं होते। इसलिए सावन में विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन आदि कार्य नहीं किए जाते। यदि बहुत आवश्यक हो, तो विशेष मुहूर्त देखकर ही पंडित की सलाह से ऐसा कार्य करना चाहिए। विवाह की दृष्टि से यह महीना शुभ नहीं होता है।

सावन के फायदे क्या हैं?

Sawan 2025 केवल आध्यात्मिक ही नहीं, बल्कि शारीरिक और मानसिक शुद्धि के लिए भी लाभकारी है। इस माह में उपवास करने से शरीर डिटॉक्स होता है, वहीं ध्यान और साधना से मानसिक शांति मिलती है। धार्मिक दृष्टिकोण से, इस माह में भगवान शिव की आराधना करने से समस्त पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही, यह माह सकारात्मक ऊर्जा, प्रकृति की शुद्धता और आत्म-नियंत्रण का प्रतीक माना जाता है। इस महीने व्रत, पूजा, जलाभिषेक आदि से जीवन में संतुलन और सकारात्मकता आती है।

शिवजी के लिए सोमवार को कौन सा रंग पहनना है?

Sawan Somwar 2025 के दौरान सोमवार को विशेष रंगों के वस्त्र पहनना शुभ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, सफेद, हल्का नीला और क्रीम रंग शिवजी को प्रिय हैं। ये रंग शांति, शुद्धता और भक्ति का प्रतीक माने जाते हैं। विशेषकर महिलाएं सफेद या नीले रंग की साड़ी पहनकर व्रत करती हैं। वहीं पुरुष भी हल्के रंगों का प्रयोग करते हैं। सावन सोमवार को इन रंगों का चयन शिव जी की कृपा प्राप्त करने और मानसिक शांति के लिए उत्तम होता है।

सावन में शिव की पूजा कैसे करें?

Sawan 2025

Sawan 2025 में शिव पूजन की विधि अत्यंत सरल और फलदायी है। भक्त सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कर शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं। शिवलिंग पर दूध, दही, शहद, गंगाजल, बेलपत्र, भस्म, चंदन आदि अर्पित किए जाते हैं। “ॐ नमः शिवाय” मंत्र का जाप करते हुए अभिषेक करना अत्यंत पुण्यकारी होता है। Sawan Somwar 2025 के सोमवार को विशेष रूप से व्रत रखा जाता है और शाम को शिव चालीसा, रुद्राष्टक और आरती का पाठ किया जाता है। इस महीने शिव पूजन से जीवन में स्थिरता, सुख और समृद्धि प्राप्त होती है।

Sawan 2025 की विशेष सावन सोमवार तिथियां

सावन सोमवार व्रत की तिथियां इस प्रकार हैं:

  • पहला सोमवार: 14 जुलाई 2025

  • दूसरा सोमवार: 21 जुलाई 2025

  • तीसरा सोमवार: 28 जुलाई 2025

  • चौथा सोमवार: 4 अगस्त 2025

  • पाँचवां सोमवार: 11 अगस्त 2025

इन पांचों sawan somwar 2025 व्रत तिथियों पर शिवजी का विशेष पूजन करने से जीवन में सभी कष्टों का नाश होता है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। यह समय शिव कृपा प्राप्ति के लिए अत्यंत अनुकूल है।

सावन 2025 में रुद्राभिषेक का महत्व

Sawan 2025 में रुद्राभिषेक का विशेष महत्व है। यह शिवलिंग पर विशेष सामग्री जैसे पंचामृत, गंगाजल, शहद, घी, बेलपत्र आदि से अभिषेक करने की विधि है। यह अभिषेक भगवान शिव को अत्यंत प्रिय है और इससे भक्त को स्वास्थ्य, धन, बुद्धि, और शांति की प्राप्ति होती है। रुद्राभिषेक से शिवजी तुरंत प्रसन्न होते हैं और सभी दोषों का निवारण करते हैं। विशेषकर सावन सोमवार को रुद्राभिषेक करने से लाखों गुना पुण्य फल प्राप्त होता है।

श्रावण मास में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं?

Sawan 2025

Sawan 2025 में सात्विक और हल्का भोजन करना उत्तम होता है। इस दौरान प्याज, लहसुन, मांस-मछली, शराब, तंबाकू आदि का त्याग करना चाहिए। फलाहार, दूध, दही, साबूदाना, सेंधा नमक वाले भोजन को प्राथमिकता दें। व्रत के दौरान आलू, कुट्टू का आटा, सामा के चावल जैसे व्रत विशेष भोज्य पदार्थों का सेवन करें। यह शारीरिक और मानसिक शुद्धि के लिए उत्तम होता है। शिव जी को भी सात्विक भोग अर्पित करें और दिन में कम से कम एक बार “ॐ नमः शिवाय” का जाप जरूर करें।

सावन में जलाभिषेक क्यों करते हैं?

Sawan 2025 में जलाभिषेक करना अत्यंत पुण्यदायक माना गया है। सावन का यह महीना वर्षा ऋतु का समय होता है, और इसी समय समुद्र मंथन से निकले विष को शिव जी ने ग्रहण किया था। विष की तपन को शांत करने के लिए जल से अभिषेक की परंपरा बनी। जलाभिषेक शिवजी के शरीर को शीतलता प्रदान करता है और भक्त की आस्था का प्रतीक है। विशेषकर sawan somwar 2025 के दिन जल, दूध और गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करने से जीवन के सभी कष्ट समाप्त होते हैं।

निष्कर्ष (Conclusion):

Sawan 2025 एक ऐसा समय है जब भक्त भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के लिए पूरी श्रद्धा से पूजा-पाठ में लीन रहते हैं। इस वर्ष sawan somwar 2025 की तिथियां भक्तों के लिए विशेष महत्त्व रखती हैं। इस महीने संयम, नियम, भक्ति, और तप का पालन कर व्यक्ति अपने जीवन को सकारात्मक दिशा में ले जा सकता है। सावन में शिव पूजा करने से न केवल भौतिक सुख-सुविधाएं प्राप्त होती हैं बल्कि आत्मिक शांति और मोक्ष की ओर भी एक बड़ा कदम होता है।

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