महाशिवरात्रि के अवसर पर बुधवार शाम पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र के कलेक्ट्रेट घाट पर गंगा नदी में पांच युवक डूब गए, जिससे इलाके में मातम पसर गया।
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीम ने तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दो शव बरामद किए, जबकि बुधवार देर शाम गोविंदा का शव भी खोज लिया गया। शेष दो युवकों की तलाश अब भी जारी है।
खेल-खेल में हुआ हादसा
पटना के कृष्णा निवास लॉज में रहने वाले छह युवक—विशाल कुमार, सचिन कुमार, अभिषेक कुमार, राजीव कुमार, गोलू कुमार और आशीष कुमार—बुधवार शाम कलेक्ट्रेट घाट पर गंगा नदी के किनारे वॉलीबॉल खेल रहे थे। उसी दौरान पास में नहा रहे तीन अन्य युवक, जिनमें रेहान और गोविंदा भी शामिल थे, उनके खेल में शामिल हो गए।
एक को बचाने में बाकी भी बह गए
खेल के बीच विशाल नदी में नहाने चला गया, लेकिन गहरे पानी में जाने के कारण वह डूबने लगा। उसे बचाने के लिए बाकी छह दोस्त भी पानी में कूद पड़े, लेकिन नदी की तेज धारा में सभी बह गए। इस दौरान किनारे मौजूद दो अन्य युवकों ने पानी में उतरने की हिम्मत नहीं की।
स्थानीय नाविक ने दो को बचाया
घटना को देखकर वहां मौजूद एक नाविक ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। उसने बांस का डंडा फेंककर आशीष और सचिन को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इसके बाद बचाव कार्य के लिए राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीम को बुलाया गया।
तीन शव बरामद, दो अब भी लापता
लगभग तीन घंटे की खोजबीन के बाद SDRF की टीम ने दो शव बरामद किए। बुधवार देर शाम गोविंदा का शव भी मिला, जिससे बरामद शवों की संख्या तीन हो गई। बाकी दो युवकों की तलाश अब भी जारी है। इस हादसे के बाद मृतकों के परिवारों में मातम पसरा हुआ है।
परिजनों का दर्द: ‘बिना बताए घर से निकला था मेरा बेटा’
रेहान के पिता ने गमगीन स्वर में कहा, “मेरा बेटा अपने तीन दोस्तों के साथ बिना किसी को बताए निकला था। रात नौ बजे मुझे फोन आया कि वह गंगा में डूब गया है। जब मैं घाट पहुंचा, तो पता चला कि कुल पांच लड़के डूबे हैं, जिनमें से तीन के शव बरामद हो चुके हैं, लेकिन मेरा बेटा अब भी लापता है।”
प्रशासन अलर्ट, बचाव अभियान जारी
पटना के पुलिस उपाधीक्षक (नगर) प्रकाश ने पुष्टि की कि एसडीआरएफ की टीम लगातार बचाव कार्य में लगी हुई है। उन्होंने कहा, “कलेक्ट्रेट घाट पर नहाने आए पांच युवक डूब गए। पुलिस और एसडीआरएफ की टीमें लापता युवकों की तलाश कर रही हैं। अब तक तीन शव बरामद किए जा चुके हैं।”
सुरक्षा उपायों की मांग हुई तेज
इस दर्दनाक हादसे ने नदी घाटों पर सुरक्षा की कमी को उजागर कर दिया है। विशेषकर त्योहारों के दौरान इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे नदी में स्नान करते समय सतर्क रहें और सुरक्षा नियमों का पालन करें।