हममें से बहुत से लोग संतुलित आहार लेने के बावजूद थकान, मांसपेशियों में ऐंठन या अनिद्रा जैसे लक्षणों से परेशान रहते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि इसका कारण Magnesium Deficiency यानी मैग्नीशियम की कमी तो नहीं? आइए जानते हैं कि क्यों एक अच्छा खानपान भी कभी-कभी magnesium ki kami को नहीं रोक पाता।
मैग्नीशियम क्या है और यह शरीर के लिए क्यों जरूरी है?
Magnesium शरीर में मौजूद एक अत्यंत आवश्यक मिनरल है जो लगभग 300 एंज़ाइमेटिक रिएक्शनों में भाग लेता है। यह हड्डियों, मांसपेशियों, नर्व फंक्शन, ब्लड प्रेशर कंट्रोल, और ब्लड शुगर मैनेजमेंट जैसे कई महत्वपूर्ण कार्यों में मदद करता है।
शरीर में मैग्नीशियम deficiency होने पर ये सभी क्रियाएं प्रभावित हो सकती हैं। कई बार हम यह मान लेते हैं कि एक हेल्दी डाइट लेने से शरीर में सभी आवश्यक पोषक तत्व स्वतः मिल जाएंगे, लेकिन magnesium ki kami के मामले में ये धारणा हमेशा सही नहीं होती।
Magnesium की कमी के लक्षण
मैग्नीशियम deficiency symptoms अक्सर धीरे-धीरे दिखाई देते हैं और कई बार इन्हें नजरअंदाज कर दिया जाता है। आइए जानें कुछ सामान्य लक्षण:
-
मांसपेशियों में ऐंठन और झटके
-
लगातार थकान और कमजोरी
-
नींद न आना या अनिद्रा
-
चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन के लक्षण
-
दिल की धड़कनों में अनियमितता
इन सभी लक्षणों का कारण सिर्फ डाइट नहीं होता, बल्कि जीवनशैली, दवाइयों का सेवन, और स्वास्थ्य समस्याएं भी योगदान करती हैं। यदि आप इन लक्षणों को लंबे समय तक महसूस कर रहे हैं, तो मैग्नीशियम deficiency test करवाना चाहिए।
Read More:
Vitamin B12 Deficiency
मैग्नीशियम की कमी का परीक्षण कैसे करें?
अगर आपको लगता है कि आपके शरीर में magnesium ki kami हो सकती है, तो डॉक्टर से परामर्श लेकर एक मैग्नीशियम deficiency test कराना सबसे बेहतर होगा। ये मुख्य प्रकार के टेस्ट होते हैं:
-
Serum मैग्नीशियम Test
-
Red Blood Cell (RBC) Magnesium Test
-
Ionized Magnesium Test
कई बार केवल सीरम टेस्ट पर्याप्त नहीं होता क्योंकि केवल 1% मैग्नीशियम ही खून में पाया जाता है। इसलिए सही मूल्यांकन के लिए विस्तृत टेस्ट कराना जरूरी है। यदि आपके लक्षण मिलते हैं तो डॉक्टर से सलाह लेकर सही दिशा में आगे बढ़ना बेहद जरूरी है।
सही खानपान के बाद भी क्यों होती है
यह सवाल बहुत आम है कि जब हम हरी सब्ज़ियां, नट्स, बीज और साबुत अनाज जैसे मैग्नीशियम-समृद्ध खाद्य पदार्थ खाते हैं, तो भी शरीर में मैग्नीशियम ki kami क्यों हो जाती है?
इसके पीछे कुछ प्रमुख कारण:
-
पाचन संबंधी समस्याएं: जैसे IBS, Celiac Disease, या Crohn’s Disease
-
अत्यधिक कैफीन या शराब का सेवन
-
डायबिटीज या ब्लड शुगर असंतुलन
-
पानी और मिट्टी में पोषक तत्वों की कमी
-
कुछ दवाइयाँ जैसे diuretics, antibiotics और antacids
इन कारणों से, भले ही हम मैग्नीशियम युक्त भोजन लें, शरीर उन्हें पूर्ण रूप से अवशोषित नहीं कर पाता।
किन खाद्य पदार्थों से मिलता है मैग्नीशियम?
अगर आप अपनी डाइट से मैग्नीशियम Deficiency को ठीक करना चाहते हैं, तो इन खाद्य पदार्थों को जरूर शामिल करें:
खाद्य पदार्थ | मैग्नीशियम (प्रति 100 ग्राम) |
---|---|
कद्दू के बीज | 262 mg |
पालक | 79 mg |
बादाम | 270 mg |
काजू | 292 mg |
ब्राउन राइस | 44 mg |
डार्क चॉकलेट | 228 mg |
हालांकि इनमें मैग्नीशियम होता है, फिर भी शरीर में अवशोषण के लिए जरूरी है कि आपका पाचन तंत्र भी सही हो।
क्या आपको मैग्नीशियम सप्लीमेंट लेना चाहिए?
यदि आपकी डाइट पर्याप्त है लेकिन मैग्नीशियम deficiency symptoms लगातार बने हुए हैं, तो डॉक्टर की सलाह से मैग्नीशियम सप्लीमेंट लेने की आवश्यकता हो सकती है।
सामान्यत: बाजार में Magnesium Citrate, Magnesium Glycinate, और Magnesium Oxide जैसे सप्लीमेंट मिलते हैं। लेकिन हर व्यक्ति को एक जैसा सप्लीमेंट सूट नहीं करता, इसलिए magnesium deficiency test के बाद ही किसी सप्लीमेंट का चयन करें।
मैग्नीशियम की कमी के लिए जीवनशैली में बदलाव
सिर्फ खानपान ही नहीं, आपकी life style भी तय करती है कि आपके शरीर में मैग्नीशियम की मात्रा संतुलित रहे या नहीं। कुछ जरूरी बदलाव:
-
अत्यधिक तनाव से बचें
-
रोज़ कम से कम 7 घंटे की नींद लें
-
फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड कम करें
-
रोज़ योग, ध्यान या प्राणायाम करें
-
कैफीन और शराब का सेवन सीमित करें
ये छोटे-छोटे कदम शरीर में Magnesium Deficiency को दूर करने में मदद कर सकते हैं।
निष्कर्ष: Magnesium Deficiency को हल्के में न लें
अच्छे खानपान के बावजूद यदि आप लगातार थकान, अनिद्रा या मानसिक बेचैनी महसूस कर रहे हैं, तो यह magnesium deficiency symptoms हो सकते हैं। इसका कारण केवल भोजन नहीं, बल्कि जीवनशैली, दवाइयां और अवशोषण संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं।
सही जानकारी, समय पर magnesium deficiency test, और संतुलित डाइट व जीवनशैली से आप इस छुपी हुई समस्या से छुटकारा पा सकते हैं।
Read more: