Breast cancer आज के समय में महिलाओं के लिए एक गंभीर स्वास्थ्य चुनौती बन चुका है। यह कैंसर स्तन की कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि के कारण होता है, जो समय के साथ शरीर के अन्य भागों में भी फैल सकता है। लेकिन यदि समय रहते सतर्कता बरती जाए, तो इस बीमारी से बचाव पूरी तरह संभव है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे ब्रेस्ट कैंसर से बचाव के 10 प्रभावी उपाय, जो वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर आधारित हैं और जिन्हें अपनाकर आप इस खतरनाक बीमारी से खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
Breast cancer से बचने के लिए पौधों पर आधारित आहार अपनाएं
पौधों से प्राप्त पोषक तत्वों में एंटीऑक्सिडेंट और फाइटोकेमिकल्स पाए जाते हैं, जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं के बनने से रोकते हैं। हरी सब्ज़ियाँ, फल, दालें और साबुत अनाज ब्रेस्ट कैंसर से बचाव में मददगार होते हैं।
उदाहरण: ब्रोकली, पालक, टमाटर, गाजर, सेब, बेरीज़, अलसी के बीज
प्रोसेस्ड फूड और रेड मीट से करें परहेज़
अत्यधिक तला-भुना और प्रोसेस्ड खाना शरीर में कैंसरजनक तत्वों को बढ़ाता है। रेड मीट और अधिक चीनी वाले खाद्य पदार्थ Breast cancer के खतरे को बढ़ाते हैं। इनके स्थान पर ताजे फल, दालें और लो-फैट प्रोटीन को चुनें।
नियमित व्यायाम करें: फिट रहें, कैंसर दूर रखें
नियमित व्यायाम आपके शरीर के हार्मोन को नियंत्रित रखता है और मोटापा कम करता है, जो कि स्तन कैंसर का एक बड़ा कारण होता है। रोजाना कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि ज़रूरी है।
शामिल करें: तेज़ चलना, योग, साइकलिंग, तैराकी
शरीर का वजन नियंत्रित रखें
मोटापा शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन की मात्रा बढ़ा देता है, जो कि Breast cancer का खतरा बढ़ा सकता है, खासकर मेनोपॉज़ के बाद। वजन नियंत्रण के लिए संतुलित आहार और नियमित व्यायाम बेहद ज़रूरी हैं।
शराब और धूम्रपान से करें दूरी
शराब का सेवन और धूम्रपान शरीर में टॉक्सिन्स को बढ़ाता है, जिससे कैंसर की संभावना बढ़ जाती है। नियमित रूप से शराब पीने वाली महिलाओं में Breast cancer होने की संभावना अधिक देखी गई है।
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मानसिक तनाव को करें नियंत्रित
तनाव से शरीर में हार्मोन असंतुलन होता है, जो स्तन कैंसर जैसी बीमारियों को जन्म दे सकता है। योग, ध्यान और पर्याप्त नींद आपको मानसिक रूप से स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
स्तन की स्वयं-जांच करें (Self Breast Examination)
हर महिला को महीने में एक बार अपने स्तनों की स्वयं-जांच करनी चाहिए। किसी भी गांठ, असमानता या त्वचा में बदलाव को नजरअंदाज़ न करें। यह Breast cancer का पहला संकेत हो सकता है।
कैसे करें:
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मासिक धर्म के 5-7 दिन बाद
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गोल घुमाकर उंगलियों से स्पर्श करें
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आईने के सामने बदलावों का निरीक्षण करें
नियमित मेडिकल जांच और मेमोग्राम कराएं
40 वर्ष की आयु के बाद हर महिला को साल में एक बार मेमोग्राम करवाना चाहिए। यह ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआती पहचान में सहायक है। डॉक्टर की सलाह के अनुसार समय-समय पर जांच कराते रहें।
हार्मोन थेरेपी का उपयोग केवल डॉक्टर की सलाह पर करें
मेनोपॉज़ के दौरान हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) लेने से Breast cancer का खतरा बढ़ सकता है। यह दवाएं केवल योग्य डॉक्टर की सलाह पर ही ली जानी चाहिए।
ब्रेस्ट कैंसर को लेकर जागरूकता फैलाएं
जितनी जागरूकता फैलेगी, उतनी जल्दी लोग सतर्क होंगे। अपने मित्रों और परिवारजनों को Breast cancer के लक्षणों, बचाव और जांच की जानकारी दें। सोशल मीडिया के ज़रिए भी आप जागरूकता फैला सकते हैं।
Breast cancer से बचाव: कुछ अतिरिक्त सुझाव
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दिन की शुरुआत गुनगुने पानी और नींबू से करें
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हल्दी वाला दूध या ग्रीन टी पीना लाभकारी
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मोबाइल या लैपटॉप को लंबे समय तक छाती के पास न रखें
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रेशेदार वस्त्र पहनने की आदत डालें (कपास आदि)
निष्कर्ष: ब्रेस्ट कैंसर से लड़ाई जागरूकता और जीवनशैली से ही संभव है
Breast cancer एक ऐसी बीमारी है जिसका समय रहते इलाज संभव है, लेकिन सबसे ज़रूरी है – इसे समय पर पहचानना और इससे बचने के उपायों को अपनाना। अगर आप अपने खानपान, जीवनशैली, और नियमित जांच को महत्व देते हैं, तो यह बीमारी आपके पास नहीं फटकेगी।
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