
Thehindinews Webteam: नई दिल्ली: Arif Saras: अमेठी के मोहम्मद आरिफ के साथ एक साल से अधिक समय तक रहने वाले सारस को अब कानपुर चिड़ियाघर में जंगल के तौर-तरीकों से तालमेल बिठाना सिखाया जा रहा है।
Arif Saras News : जू के अधिकारियों के मुताबिक, सारस धीरे-धीरे पके हुए खाने से कच्चे खाने की तरफ शिफ्ट हो रहा है। अब इसे जंगली में पुनर्वास के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
चिड़ियाघर के निदेशक कृष्ण कुमार सिंह ने कहा, मैगी, दाल, चावल और खिचड़ी जैसे पका हुआ भोजन खाने के बजाय सारस को धीरे-धीरे जंगली पक्षियों के लिए अधिक उपयुक्त कच्चा आहार खाने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है।
सिंह ने कहा कि उन्होंने अब तक सारसों को उपयुक्त आहार देने में 80 प्रतिशत सफलता हासिल की है। अब वह कच्चा अनाज, कीड़े-मकोड़े, पालक, जलकुंभी आदि खाने लगा है।
25 मार्च को उसके आने के बाद से ही सारस एक बाड़े में रह रहा है।
चिड़ियाघर के निदेशक ने कहा, पक्षी के पूरी तरह से ठीक हो जाने के बाद उसे वापस जंगल में भेज दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि पक्षी ने आरिफ के साथ एक साल बिताया, इसलिए इसे जंगल में फिर से बसाने में और समय लगेगा।
सारस आज भी जंगल के बजाय इंसानों के साथ रहना पसंद कर रहा है।
आरिफ के साथ रहने के दौरान सारस उसके साथ खेतों में जाया करता था और परिवार के सदस्य की तरह रहता था।
आरिफ पिछले महीने कानपुर चिड़ियाघर में इस पक्षी से मिला था।
आरिफ अधिकारियों से गुहार लगा रहा था कि उसे सारस रखने की अनुमति दी जाए, लेकिन उसके अनुरोध को ठुकरा दिया गया।